First Semester

पैगंबर मुहम्मद : इस्लाम का उद्भव

मुहम्मद (सी. 570 – 8 जून 632 ई.), अरब के धार्मिक, सामाजिक और राजनीतिक नेता और इस्लाम के संस्थापक थे। इस्लामी सिद्धांत के अनुसार, वह एक पैगंबर थे जिन्हें एकेश्वरवादी शिक्षाओं का प्रचार करने के लिए ईश्वरीय प्रेरणा मिली थी। उन्हें इस्लामी सिद्धांतों के अंतर्गत पैगम्बरों की मुहर (पैगम्बरों की मुहर कुरान में प्रयुक्त एक […]

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जीवक : भारतीय चिकित्सा विज्ञानी

“जीवक (पाली: जीवक कोमारभक्का;’ संस्कृत: ‘जीवक कौमारभृत्य’, बुद्ध और भारतीय राजा बिम्बिसार के निजी चिकित्सक थे। जीवक, 5वीं शताब्दी ईसा पूर्व में राजगृह, वर्तमान राजगीर में रहते थे। उन्हें “चिकित्सा का राजा” और “तीन बार ताज पहनाया गया चिकित्सक” के रूप में वर्णित किया जाता है। एशिया की पौराणिक कथाओं में एक आदर्श चिकित्सक के

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Science and Technology in Ancient India : Agriculture

मौर्यकालीन भारत के आर्थिक क्रियाकलापों में कृषि का महत्वपूर्ण स्थान था। यूनानी लेखकों के अनुसार मौर्य काल में भारत की अधिकांश जनता कृषक थी। कौटिल्य कृत अर्थशास्त्र से मौर्य कालीन भारत में कृषि से संबद्ध विभिन्न पहलुओं की जानकारी मिलती है। मौर्य अर्थव्यवस्था में कृषि का स्थान – मौर्यकालीन कृषि की प्रकृति राज्य नियंत्रित और

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History as Narrative

इतिहास समय के साथ होने वाले परिवर्तनों का अध्ययन है, और इसमें मानव समाज के सभी पहलुओं को शामिल किया गया है। राजनीतिक, सामाजिक, आर्थिक, वैज्ञानिक, तकनीकी, चिकित्सा, सांस्कृतिक, बौद्धिक, धार्मिक और सैन्य विकास आदि सभी इतिहास का अंग हैं। कथा एक ऐसी कहानी है जिसे लिखा या किसी को बताया (आमतौर पर बहुत विस्तार

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Use and Misuse of History

किसी भी विषय का उपयोग तथा दुरुपयोग उसके क्रियान्वयन पर निर्भर करता है। इतिहास भी मानव समाज के लिए अत्यंत उपयोगी है परंतु महत्वाकांक्षी व्यक्तियों द्वारा व्यक्तिगत स्वार्थों के लिए इसका दुरुपयोग किए जाने से यह विषय भी कुछ अंशो में अनुपयोगी सिद्ध हो गया है। इतिहास की उपयोगिता अथवा अन उपयोगिता की विवेचना के

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मेसोपोटामिया की सभ्यता : स्रोत

‘ताम्र-कांस्ययुगीन’ उत्कृष्ट सभ्यताओं का उदय नदी घाटियों में हुआ था। पश्चिमी एशिया में दजला-फरात नदी की घाटी में जिस सभ्यता का उदय और उत्कर्ष हुआ, उसे ‘मेसोपोटामिया’ की सभ्यता कहते हैं। मेसोपोटामिया दो शब्दोें मेसो+ पोटाम से बना है, जिसमें ‘मेसो’ का अर्थ ‘मध्य’ और ‘पोटाम’ का अर्थ नदी होता है। अतएव ‘मेसोपोटामिया’ का शाब्दिक

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Decline of Assyrian Empire

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असीरिया की सभ्यता ताम्र – कांस्य युगीन  मेसोपोटामिया में विकसित प्रमुख सभ्यता थी।21वीं शताब्दी ई. पू – 14 वीं शताब्दी ई.पू. तक एक नगर राज्य के रूप में अस्तित्व में रहा असीरियाई राज्य, इसके बाद क्षेत्रीय राजनीतिक शक्ति मे और 14 वीं – 7 वीं शताब्दी ई. पू. तक एक साम्राज्य में परिणत हो गया

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हम्मूराबी की ‘विधि-संहिता’

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संभवत: ‘हम्मूराबी’ की ‘विधि-संहिता’ इतिहास की प्राचीनतम ‘विधि-संहिता’ है, जो अखंड रूप में मिली है। ‘हम्मूराबी’ ने अपनी संहिता को स्थाई रूप देने के लिए, उसे लगभग 8 फीट ऊंचे पाषाण स्तंभ पर 360 पंक्तियों में उत्कीर्ण करवा कर ‘बेबीलोन’ में ‘मर्दुक’ के ‘मंदिर-ए-सागिल’ में स्थापित किया था। यद्यपि संहिता का निर्माण आवश्यकता के आधार

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‘हम्मूराबी’ का न्याय-प्रशासन

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‘हम्मूराबी’ एक श्रेष्ठ  प्रशासक था। उसने ‘मेसोपोटामिया’ की सभ्यता में प्रचलित स्वतंत्र ‘नगर-राज्यों’ की परंपरा को समाप्त कर, सम्राट और केंद्रीय सत्ता के अधीन केंद्रीकृत बेबीलोनियन साम्राज्य की स्थापना की। बेबिलोनिया को सैन्य दृष्टि से शक्तिशाली बनाने के उद्देश्य उसने नागरिकों के लिए अनिवार्य सैन्य सेवा की व्यवस्था की। ‘मारी’ नगर के उत्खनन से प्रचुर

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‘हम्मूराबी’ के सैन्य अभियान

This entry is part 2 of 4 in the series हम्मूराबी

‘हम्मूराबी’ द्वारा बेबिलोनियन साम्राज्य की स्थापना हेतु किए गए सैन्य अभियानों को दो कालखंडों में विभाजित किया जा सकता है। हम्मूराबी का प्रथम सैन्य अभियान ‘हम्मूराबी’ ने अपनी राज्यारोहण के 6 वर्षों के बाद, प्रथम सैन्य अभियान प्रारंभ किया। अभियान के पूर्व के वर्षों में उसने सैन्य संगठन किया और देश में आंतरिक सुधारों तथा

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